माता वैष्णो देवी यात्रा, नए नियम, यात्रा कैसे करे, यात्रा कब करे, कैसे जाये, कहा रुके, कहा कहा घूमे, (Mata Vaishno Devi Yatra 2021 in Hindi)
जय माता दी, माता वैष्णो देवी की यात्रा को हिन्दू धर्म में सबसे पवित्र यात्राओं में से एक माना गया है। हर साल लाखो श्रद्धालु इस यात्रा में शामिल होकर माता वैष्णो देवी के दर्शन करते है। और माँ वैष्णो से अपनी मन्नत मांगते है लेकिन कोरोना की महामारी के कारन माता वैष्णो देवी की यात्रा काफी समय से बंद थी, वही अब इस यात्रा को भक्तो के लिए कुछ नियम के साथ खोल दिया गया है। तो आज के इस लेख में हम आपको माता वैष्णो देवी की यात्रा Mata Vaishno Devi Yatra 2021 से जुडी सम्पूर्ण जानकारी देने वाले है। आपसे निवेदन है की इस लेख को अंत तक जरूर पढ़े।
Table of Contents
माता वैष्णो देवी मंदिर कैसे पहुंचे (How to reach Mata Vaishno Devi Temple in Hindi)
माता वैष्णो देवी के मंदिर पहुंचने के लिए आपको सबसे पहले कटरा आना होगा जिसे आप रेल मार्ग, हवाई मार्ग, या फिर रोड मार्ग से पूरा कर सकते है तो आइए अब इस जानकारी को पूरा अच्छे से जानते है।
1. रेल मार्ग से कटरा कैसे पहुंचे (How to reach Katra by Rail in Hindi)
अगर आप रेल के द्वारा कटरा जाना चाहते है तो आपके पास दो मार्ग है।
पहला मार्ग – जिसमे आप सीधे माता वैष्णो देवी रेलवे स्टेशन जा सकते है.कटरा का रेल मार्ग देश के कुछ चुनिंदा शहरों से ही जुड़ा हुआ है कटरा स्टेशन पहुंचने के बाद आपको बहार ही ऑटो स्टैंड मिल जायेगा वह से आप ऑटो करके शिवर कटरा के लिए जा सकते है ऑटो वाले आपसे 100 से लेकर 120 रूपये तक चार्ज करेंगे जिसमे लगभग 10-15 से मिनट का समय लगेगा।
दूसरा मार्ग – जिसमे आप जम्मू तवी रेलवे स्टेशन जा सकते है। जो की देश के सभी शहरों के साथ जुड़ा है। जम्मू तवी से कटरा की दुरी 48 km की है वहा से आप इस सफर को प्राइवेट बस या टैक्सी के द्वारा पूरा कर सकते है यह सफर आपके मन को मोहोलेगा। कियोकि इस सफर में आपको ऊचे-ऊचे पहाड़ नदी झरने देखने को मिलेंगे, अगर आप बस के द्वारा जाते है। तो आपको 80 से 100 तक का टिकट लेना होगा और अगर आप टैक्सी बुक करना चाहते है तो आपको 1000 से 1200 खर्च करने होंगे।
2. हवाई जहाज से कटरा कैसे पहुंचे (How to reach Katra by Aeroplane in Hindi)
अगर आप हवाई जहाज से जाना चाहते है तो यहां का सबसे पास जम्मू ऐरपोट है। जम्मू ऐरपोट से कटरा की दुरी लगभग 45 km की है जिसे आप टैक्सी या बस दोनों से पूरा कर सकते है।
3. रोड से कटरा कैसे पहुंचे (How to reach Katra by Road in Hindi)
अगर आप रोड के द्वारा कटरा आना चाहते है। तो दिल्ली से जम्मू के लिए आपको बहुत सारी बस की सेवा मिल जाएगी दिल्ली से कटरा की दुरी लगभग 650 km है. जिसमे 10 से 12 घंटे का समय लगता है।
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कटरा होटल में कैसे रुके (How to stay at Katra Hotel in Hindi)
जैसे ही आप कटरा पहुंचते है तो आपको सबसे पहले एक होटल देखना होगा ताकि आप रात भर आराम करके अगले दिन माता वैष्णो देवी यात्रा आराम से कर सके, कटरा में आपको सस्ते से लेकर महंगे तक हर तरह के होटल मिल जायेंगे। जिनका किराया 500 रूपये से लेकर 3000 रूपये तक का हो सकता है।
आप चाहे तो होटल को Online भी बुक कर सकते है। Hotels के अलावा यहां पर आपको माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड की तरफ से धर्मशाला और डोरमेट्री की भी सुविधा मिल जाएगी, धर्मशाला में आपको 300 रूपये से लेकर 400 रूपये तक देना पड सकता है। डोरमेट्री में आपको 150 रूपये पर बैड देना होगा यह आपके ऊपर Depend करता है की आप कहा पर रुकना चाहते है।
माता वैष्णो देवी की यात्रा कैसे शुरू करे (How to start the Journey of Mata Vaishno Devi in Hindi)
वैष्णो देवी यात्रा पर्ची (Vaishno Devi Yatra Registration Slip in Hindi)
वैष्णो देवी की यात्रा शुरू करने के लिए सबसे पहले आपको अपनी Yatra Registration Slip लेनी होगी जिसे आप Online या Offline दोनों तरीके से ले सकते है Online के लिए आपको www.matavaishnodevi.org की website पर जाना होगा और Offline लेने के लिए आपको कटरा के किसी भी Registration counter से Slip मिल जाएगी। जो आपकी Yatra Registration Slip होती है वो एकदम फ्री होती है उसका कोई भी शुल्क नहीं लगता है स्लिप बनेके बाद 6 घंटे के अंदर आपको यात्रा शुरू करनी होती है। आपके पास अपनी एक Original ID होनी चाहिए जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड, या वोटर ईद कार्ड,आदि।
घोडा, खच्चर, पिठू, पालकी, हेलीकॉप्टर (How to travel by Horse, Mule, Pithu, Palanquin, Helicopter in Hindi)
आप अपनी यात्रा को घोडा, खच्चर, पिठू, पालकी, हेलीकॉप्टर के द्वारा पूरा कर सकते है। आप चाहे तो 14 km के इस ट्रेक को पैदल भी पूरा कर सकते है। घोड़े या खच्चर में आपको 900 रूपये देने पड़ेंगे, अगर आप पालकी करते है तो 3000 रूपये तक देने पड़ेगे, हेलीकाप्टर की बात करे तो 1,730 /- रूपये Single ट्रैक और 3,460 /- रूपये Double ट्रैक के देने होंगे आप चाहे तो www.matavaishnodevi.org की website पर जाकर Helicopter का Ticket Online भी बुक कर सकते है।’
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बाण गंगा माता वैष्णो देवी (Baan Ganga Mata Vaishno Devi in Hindi)
जब आप कटरा से पैदल माता वैष्णो देवी की यात्रा शुरू करते है तो रास्ते में सबसे पहले आपको बाण गंगा देखने को मिलेगी पुराणों में ऐसा वर्णन है की माता वैष्णो देवी ने अपने बाण से इसी स्थान पर जल धारा निकाली थी और उसके बाद अपने केश धोये थे तभी से इसे बाण गंगा या केश गंगा के नाम से जाना जाता है।
चरण पादुका माता वैष्णो देवी (Charan Paduka Mata Vaishno Devi in Hindi)
जब आप बाण गंगा से अगले पड़ाव की और चलते है दूसरे चरण में आपको चरण पादुका देखने को मिलेगी कहते है माता वैष्णो देवी ने इसी स्थान पर रुक कर भेरनाथ को देखा था इसीलिए इस स्थान को चरण पादुका के नाम से जाना जाता है आज भी माता वैष्णो देवी के चरण के चिन्ह यहां पर देखने को मिल जायँगे।
अर्द्धकुवारी माता वैष्णो देवी (Ardhkumari Mata Vaishno Devi in Hindi)
जब आप चरण पादुका से अगले पड़ाव की और चलते है तो आपको अर्द्धकुवारी गुफा देखने को मिलेगी, कहते है की माता वैष्णो देवी ने भैरव से छुपने के लिए इसी गुफा के अंदर 9 माह तक तपस्या की थी और फिर बाद में गुफा के दूसरी और से निकल कर भवन की तरफ चली गयी थी जिसे गर्भजून गुफा के नाम से भी जाना जाता है भी कहते है जो भी भक्त अपनी सच्ची श्रद्धा से इस गुफा से निकल जाता है मानो उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है।
माता वैष्णो देवी भवन (Mata Vaishno Devi Bhawan in Hindi)
जब आप अर्द्धकुवारी गुफा से अगले पड़ाव पर चलते है तो आप सीधे माता के भवन पहुंचते है जैसे जैसे माता का भवन नजदीक आता चला जाता है मानो आपका मन पूरी तरह से भवन की तरफ खीचा चला जाता है और चारो तरफ माता के जयकारो की गूंज सुनाई देती है। भवन में पहुंचने के बाद आप वहा पर अपना कीमती सामान लॉकर में रख सकते है जैसे कियोकि माता के भवन में सिर्फ प्रशाद ही लेकर जा सकते है अगर भक्तो की भीड़ ज्यादा होती है तो नयी गुफा के रास्ते से आप माता के दर्शन करते है।
माता वैष्णो देवी की प्राचीन गुफा (Ancient Cave of Mata Vaishno Devi in Hindi)
अगर किसी भी भक्त को माता की प्राचीन गुफा से निकल कर माता के दरशन हो जाते है तो मानो उसकी सारी मुरादे पूरी हो गयी लेकिन ऐसा बहुत कम होता है कियोकि माता वैष्णो देवी के दरबार में हर साल कई लाख भक्त आते है जिसकी वजह से प्राचीन गुफा को बंद ही रखा जाता है अधिकतर दिसंबर के माह में भक्तो की संख्या कम हो जाती है तो फिर इस प्राचीन गुफा को भक्तो के लिए खोल दिया जाता है।
त्रिकूट परवत की प्राचीन गुफा में माँ वैष्णो देवी अपने तीन रूप में विराजमान है माँ काली, माँ लक्ष्मी और माँ सरस्वती, इन तीनो पिंडियो के ऊपर सोने के मुकुट सजे हुए है।
भैरवनाथ मंदिर (Bhairavnath Temple in Hindi)
माता वैष्णो देवी के दर्शन करने के बाद आपको बाबा भैरव के दर्शन भी जरुरी करने होते है कहते है की तभी आपका प्रशाद यानी की माता के दरबार में आपकी हाजरी तभी लगती है, पुराणों में भी इसका वर्णन कुछ इस प्रकार है की जब माता ने भैरव का सर धड़ से अलग कर दिया था तो भैरव ने माता से विनती की और शमा याचना मांगी तब माता ने भैरव को वचन दिया की मेरी पूजा के बाद भक्त तेरी पूजा भी करेंगे तभी मेरी पूजा सम्पन होंगी।
माता के भवन से भैरव बाबा की दुरी लगभग 3 km की है आप चाहे तो इसे पैदल भी पूरा कर सकते है नहीं तो आप रोपवे से भी जा सकते है जिसका माता के भवन से आने जाने का किराया 100 रूपये पर व्यक्ति का है जिसमे कुल 10 मिनट का समय लगता है।
वैष्णो देवी यात्रा के नियम (Vaishno Devi Yatra Rules in Hindi)
- वैष्णो देवी यात्रा पर आने के लिए फ़िलहाल आपको अपनी कोरोना RTPCR की नेगेटिव रिपोर्ट साथ लानी होगी जो की 48 घंटो से ज्यादा पुराणी न हो आप चाहे तो कटरा में भी रिपोर्ट बनवा सकते है तभी आपको यात्रा के लिए परमिशन मिलेगी।
- Yatra Registration Counter से या Online निकल कर आप अपनी Yatra Slip जरूर साथ लेले।
- यात्रा पर जाने के लिए आपको सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा जैसे मास्क लगाकर रखे और सैनिटाइज़र का उपयोग बार बार करे।
- माता के भवन में पहुंचने के बाद अपने सामान को लॉकर में रखे जैसे कैमरा, मोबाइल, पर्स, बेल्ट, वाच, जूते-चप्पल आदि।
वैष्णो देवी की चढ़ाई कितने किलोमटेर है (How many kilometers is the climb of Vaishno Devi in Hindi)
माता वैष्णो देवी जाने के लिए दो रास्ते है पहला जिसमे माता वैष्णो की देवी की चढ़ाई कटरा से लगभग 14 km है जिसे आप पैदल या घोड़े खच्चर,पालकी से भी कर सकते है अगर आप बाण गंगा, चरण पादुका, और अर्धकुवारी के दर्शन करना चाहते है तो आपको यही रास्ता चुनना पड़ेगा यह रास्ता थोड़ा खडी चढ़ाई का है।
दूसरा रास्ता जिसमे माता वैष्णो की देवी की चढ़ाई कटरा से लगभग 16 km है लेकिन इस रास्ते में आपको बाण गंगा, चरण पादुका के दर्शन नहीं होंगे ये सीधे अर्धकुवारी निकलता है और ना ही आपको इस रास्ते में घोड़े खच्चर,पालकी वाले मिलेंगे यहां सिर्फ आपको पैदल ही चलना पड़ेगा, इस रास्ते की चढ़ाई पहले वाले रास्ते से काफी सरल है, अगर आपका स्वास्थ सही तो आप इस यात्रा को पैदल ही पूरा करे माता के जय कारो के साथ आपको इस यात्रा का पता भी नहीं चलेगा की कब पूरी हो गयी।
वैष्णो देवी जाने का सबसे अच्छा समय (Best time to visit Mata Vaishno Devi Temple in Hindi)
वैसे तो आप जानते ही है की माँ वैष्णो देवी का मंदिर पूरे साल ही खुला रहता है,लेकिन कोरोना के चलते इस यात्रा में काफी नियम भी बनाये गए है इस मंदिर में जो यात्रा करने का सबसे अच्छा समय है वो मार्च और अक्टूबर के बीच का है। नवरात्रो के दिन तो यहां पर बहुत ज्यादा भीड़ देखने को मिलेगी। आप चाहे तो जुलाई माह में भी इस यात्रा को पूरा कर सकते है।
दोस्तों हम उम्मीद करते है की आपको Mata Vaishno Devi Yatra 2021 की सम्पूर्ण जानकारी जानकर अच्छा लगा होगा।
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आप वैष्णो देवी मंदिर की Mata Vaishno Devi Yatra 2021 की वीडियो भी देख सकते है जिसमे हमने पूरी यात्रा को विस्तार से समझाया है।