Kainchi Dham Neem Karoli Baba Ashram:- उत्तराखंड राज्य में स्थित कैंची धाम नैनीताल से अल्मोडा वाले मार्ग पर नैनीताल से 17 Km दूर और भवाली से 9 Km दुरी पर स्थित है। यह धाम भारत देश में ही नहीं बल्कि विदेशो में भी बहुत प्रशिद्ध है। यही वजह है की नीम करोली बाबा महाराज के लाखो भक्त देश और विदेश से कैंची धाम दर्शन के लिए हर साल आते हैं। नीम करोली बाबा को कलयुग में हनुमान जी का अवतार माना जाता है। शिप्रा नदी के तट पर स्थित प्रसिद्ध कैंची धाम आश्रम परिसर के अंदर भगवान हनुमान जी को समर्पित एक भव्य मंदिर बना हुआ है। और धाम परिसर में ही नीम करोली बाबा को समर्पित एक मंदिर और प्रार्थना कक्ष भी मौजूद है।
कैंची धाम आश्रम नीम करोली बाबा (Kainchi Dham Neem Karoli Baba Ashram) के प्रति श्रद्धालुओं में विशेष लगाव है। ऐसा माना जाता है की मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं को नीम करोली बाबा की असीम आध्यात्मिकता की अनुभूति होती है। और भक्त खुद को नीम करोली बाबा के करीब पाते हैं। कैंची धाम की ऐसी मान्यता है कि नीम करोली बाबा से सभी भक्तो की मांगी गई मन्नत जल्दी ही पूरी होती है। उत्तर भारतीय शैली में कैंची धाम आश्रम की वास्तुकला है। इस धाम में हर साल 15 जून को बहुत बड़े मेले का आयोजन होता है। जिसमें देश- विदेश से श्रद्धालु पहुंचते हैं।
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Kainchi Dham History In Hindi (कैंची धाम का इतिहास)
कैंची धाम (Kainchi Dham) उत्तराखंड के नैनीताल जिले में स्थित एक प्रसिद्ध आश्रम है। जिसे नीम करोली बाबा ने 1960 के दशक में स्थापित किया था। यह स्थान बाबा के जीवन और उनकी आध्यात्मिक शिक्षाओं से गहराई से जुड़ा हुआ है। कैंची धाम बाबा के भक्तों के लिए एक प्रमुख तीर्थ स्थल है। जहाँ हजारों लोग उनकी कृपा और आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए आते हैं। इसका इतिहास और महत्व निम्नलिखित है।
- स्थापना:
नीम करोली बाबा ने 15 जून, 1964 को कैंची धाम आश्रम की स्थापना की। यह स्थान उत्तराखंड की पहाड़ियों में, नैनीताल और भुवाली के बीच, एक छोटी घाटी में स्थित है। यहाँ दो नदियाँ मिलती हैं, जिससे यह स्थान और भी पवित्र माना जाता है। - नाम का अर्थ:
कैंची धाम का नाम ‘कैंची’ यहाँ के पहाड़ी मोड़ और रास्तों से जुड़ा है। जो कैंची के आकार में दिखते हैं। इस कारण इस स्थान को ‘कैंची धाम’ कहा जाता है। - नीम करोली बाबा का जुड़ाव:
नीम करोली बाबा ने इस स्थान को आध्यात्मिक साधना और लोगों की सेवा के लिए चुना था। बाबा के भक्तों का मानना है कि यह स्थान आध्यात्मिक ऊर्जा से परिपूर्ण है और यहाँ की शांति और साधना के माध्यम से मन को शांति और आत्मज्ञान प्राप्त होता है। बाबा ने यहाँ पर कई चमत्कार किए, जिनके बारे में भक्तों के बीच अनेक कथाएँ प्रचलित हैं। - महत्वपूर्ण स्थल:
कैंची धाम आश्रम में बाबा की एक मूर्ति स्थापित की गई है, जहाँ भक्त पूजा और ध्यान करते हैं। आश्रम के अंदर एक हनुमान मंदिर भी है, जो बाबा के भक्तों के लिए एक महत्वपूर्ण स्थान है, क्योंकि बाबा स्वयं हनुमान जी के अनन्य भक्त थे। यहाँ पर 15 जून को बाबा की पुण्यतिथि के उपलक्ष्य में एक बड़ा मेला और उत्सव आयोजित किया जाता है, जिसमें हजारों भक्त शामिल होते हैं। - पश्चिमी भक्तों का योगदान:
बाबा के कई शिष्य विदेशों से भी थे, विशेष रूप से अमेरिका से। बाबा के प्रमुख शिष्यों में से एक, राम दास (Richard Alpert), ने पश्चिमी देशों में बाबा के शिक्षाओं को फैलाया। एप्पल के सह-संस्थापक स्टीव जॉब्स, फेसबुक के सह-संस्थापक मार्क जुकरबर्ग, और हॉलीवुड अभिनेत्री जूलिया रॉबर्ट्स जैसे लोग भी इस धाम के महत्व को मानते हैं और यहाँ आ चुके हैं।
Neem Karoli Baba Biography In Hindi (नीम करोली बाबा का जीवन परिचय)
नीम करौली बाबा का वास्तविक नाम लक्ष्मी नारायण शर्मा था। जिनका जन्म संन 1900 शताब्दी में भारत के उतर प्रदेश राज्य के फिरोजाबाद जिले में स्थित एक अकबरपुर गांव में धनिवान ब्राह्मण परिवार में हुआ था। नीम करौली बाबा के पिताजी का नाम श्री दुर्गा प्रसाद शर्मा था। उनके माता पिता ने उनका विहाह मात्र 11 साल की उम्र में ही कर दिया था। उसके बाद नीम करोली बाबा ने घुमंतू साधु बनने के लिए अपना घर बार त्याग दिया था।
परन्तु कुछ समय बाद माता पिता के अनुरोध करने पर वो वापस अपने घर लोट आये थे। उसके बाद वह दो बेटो और एक बेटी के पिता बने थे। नीम करोली बाबा को अनुयायी ‘महाराज-जी’ के नाम से भी जाना जाता है। नीम करोली बाबा कलयुग के देवता भगवान कहे जाने वाले श्री हनुमान जी के परम भक्त थे। इसीलिए उन्हें श्री हनुमान जी का रूप ही कहा जाता है।
Name (नाम) | लक्ष्मी नारायण शर्मा |
Other Names (अन्य नाम) | नीम करोली बाबा, महाराज जी, कैची धाम बाबा जी, लक्ष्मण दास, हांडी वाले बाबा, तिकोनिया वाले बाबा, तलईया बाबा |
Date of Birth (जन्म तिथि) | संन 1900 ई० |
Birth Place (जन्म स्थान) | गांव अकबरपुर, जिला फिरोजाबाद, राज्य उत्तर प्रदेश, देश भारत |
Hometown (गृहनगर) | गांव अकबरपुर, जिला फिरोजाबाद |
Died (निधन) | 11/09/1973 वृंदावन, राज्य उत्तर प्रदेश, देश भारत |
Age (उम्र) | 73 वर्ष |
Famous (फेमस) | अपने चमत्कारों के लिए |
Kainchi Dham (कैंची धाम) | नैनीताल, भवाली, राज्य उत्तराखंड |
Educational Qualification (शैक्षिक योग्यता) | ज्ञात नहीं |
Marital Status (वैवाहिक स्थिति) | विवाहित |
Religion (धर्म) | हिन्दू |
Caste (जाति) | ब्राह्मण |
Nationality (राष्ट्रीयता) | भारतीय |
Philosophy (दर्शन) | भक्ति योग, सेवा |
Teacher (गुरु) | हनुमान जी |
Disciple (शिष्य) | राम दास, भगवान दास, जय उत्तर, कृष्ण दास, राम रानी, सूर्य दास |
Influence People (प्रभावित लोग) | मार्क जुकरबर्ग, स्टीव जॉब्स, विराट कोहली, अनुष्का शर्मा, लैरी पेज, जेफरी स्कोल, डैन कॉटके, जूलिया रॉबर्ट्स |
Neem Karoli village (नीम करोली गाँव) | जिला फर्रुखाबाद, राज्य उत्तर प्रदेश |
Neem Karoli Railway Station (नीम करोली रेलवे स्टेशन) | जिला फर्रुखाबाद, राज्य उत्तर प्रदेश |
Official Website (ऑफिशियल वेबसाइट) | कोई नहीं |
Neem Karoli Baba Family (नीम करोली बाबा का परिवार)
नीम करोली बाबा (Neem Karoli Baba), जिन्हें महाराज जी के नाम से भी जाना जाता है। 20वीं शताब्दी के एक प्रसिद्ध भारतीय संत और गुरु थे। उनका असली नाम लक्ष्मी नारायण शर्मा था। उनके जीवन और शिक्षाओं से लाखों लोग प्रेरित हुए, जिसमें भारत और विदेशों के अनेक भक्त शामिल हैं। हालाँकि, बाबा का जीवन रहस्यमय और साधारण रहन-सहन वाला था। उनके परिवार के बारे में उपलब्ध जानकारी बहुत सीमित है। फिर भी, कुछ मुख्य बातें निम्नलिखित हैं।
Father’s Name (पिता का नाम) | श्री दुर्गा प्रसाद शर्मा |
Mother’s Name (माता का नाम) | ज्ञात नहीं |
Wife’ Name (पत्नी का नाम) | रामदुलारी |
Son’ Name (बेटे का नाम) | धर्म नारायण शर्मा, अनेक सिंह शर्मा |
Daughter’ Name (बेटी का नाम) | गिरजा देवी |
Miracle of Neem Karoli Baba (नीम करोली बाबा का चमत्कार)
कैंची धाम आश्रम नीम करोली बाबा (Kainchi Dham Neem Karoli Baba Ashram) को उनके अनुयायी एक दिव्य संत मानते हैं, और उनके जीवन से जुड़े अनेक चमत्कारों की कहानियाँ प्रचलित हैं। बाबा के चमत्कारों में उनकी करुणा, भक्तों की रक्षा, और कठिन परिस्थितियों में चमत्कारिक रूप से समाधान मिलना शामिल है। यहाँ कुछ प्रमुख चमत्कारों का विवरण है जो भक्तों के बीच बहुत प्रचलित हैं।
1. ट्रेन रोकने का चमत्कार
यह नीम करोली बाबा के सबसे प्रसिद्ध चमत्कारों में से एक है। एक बार बाबा बिना टिकट के ट्रेन में सफर कर रहे थे, और जब टिकट कलेक्टर ने उन्हें बिना टिकट पाया, तो उन्हें ट्रेन से उतार दिया गया। बाबा ट्रेन से उतरकर पास के एक पेड़ के नीचे बैठ गए। जैसे ही ट्रेन ने चलने की कोशिश की, वह आगे नहीं बढ़ पाई। ट्रेन के ड्राइवर और अधिकारियों ने कई बार प्रयास किए, लेकिन ट्रेन एक इंच भी नहीं हिली। अंततः, जब टिकट कलेक्टर और अधिकारियों ने बाबा से माफी माँगी और उन्हें वापस ट्रेन में बैठने के लिए आमंत्रित किया, तभी ट्रेन चल सकी। यह घटना बाबा की दिव्यता को दिखाती है, और उनके भक्त इसे उनकी अलौकिक शक्तियों का प्रमाण मानते हैं।
2. मृत्यु से रक्षा का चमत्कार
बाबा के भक्तों का मानना है कि उनकी कृपा से अनेक लोगों की जान बची है। एक बार एक भक्त की बेटी गंभीर रूप से बीमार थी, और डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था। भक्त ने बाबा से प्रार्थना की, और कुछ ही समय बाद उसकी बेटी ने जीवन के लक्षण दिखाने शुरू कर दिए। बाबा की कृपा से उसकी बेटी पूरी तरह स्वस्थ हो गई। ऐसे कई किस्से हैं जहाँ बाबा ने जीवन-मरण की स्थितियों में अपने भक्तों को चमत्कारी रूप से बचाया।
3. आग से बचाव
एक बार बाबा के भक्तों के घर में आग लग गई, और पूरा घर जलने लगा। जब भक्त ने बाबा से प्रार्थना की, तो बाबा ने दूर बैठकर कहा, “तुम्हारा घर सुरक्षित है।” इसके बाद, अग्निशमन दल ने पाया कि पूरे घर में आग लगी थी, लेकिन बाबा की तस्वीर रखी एक जगह पूरी तरह सुरक्षित रही। यह घटना बाबा की अलौकिक शक्तियों का एक और प्रमाण मानी जाती है।
4. चिकित्सा चमत्कार
बाबा के अनुयायियों का मानना है कि उन्होंने गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोगों को ठीक किया है। एक बार एक भक्त को बहुत गंभीर बुखार हो गया था, और डॉक्टरों ने उसे बचने की उम्मीद छोड़ दी थी। बाबा ने उसे छूकर आशीर्वाद दिया, और कुछ ही दिनों में वह भक्त पूरी तरह स्वस्थ हो गया। ऐसे अनेक किस्से हैं जहाँ बाबा ने बीमारियों से पीड़ित लोगों को चमत्कारी रूप से ठीक किया।
5. स्टीव जॉब्स और मार्क जुकरबर्ग का अनुभव
बाबा के चमत्कार केवल भारत में ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी चर्चित हैं। एप्पल के सह-संस्थापक स्टीव जॉब्स और फेसबुक के सह-संस्थापक मार्क जुकरबर्ग ने बाबा के कैंची धाम का दौरा किया था। स्टीव जॉब्स को भारत यात्रा के दौरान नीम करोली बाबा के बारे में बताया गया, और उन्होंने बाबा के आश्रम में जाकर आशीर्वाद लिया। बाद में उन्होंने अपनी जीवन यात्रा में सफलता का श्रेय बाबा को दिया। इसी तरह, मार्क जुकरबर्ग ने भी अपनी कंपनी के शुरुआती कठिनाइयों के दौरान कैंची धाम का दौरा किया और बाबा के आशीर्वाद से प्रेरित हुए।
6. भोजन की कृपा
बाबा के आश्रम में अक्सर भक्तों को भोजन की व्यवस्था बिना किसी कठिनाई के होती है। एक बार आश्रम में अचानक बहुत से भक्त आए और भोजन की कमी हो गई। बाबा ने आदेश दिया कि खाना बनाते रहें, और आश्चर्यजनक रूप से सभी भक्तों को भोजन प्राप्त हुआ। इस घटना को भक्त बाबा की दिव्य कृपा का एक और उदाहरण मानते हैं।
7. अनुभव आधारित चमत्कार
नीम करोली बाबा के भक्तों का मानना है कि उनकी उपस्थिति में लोगों को शांति, प्रेम और आनंद की अनुभूति होती है। बाबा की कृपा से अनेक लोगों की समस्याओं का समाधान हुआ, चाहे वह भौतिक हो या आध्यात्मिक। बाबा ने बिना किसी दिखावे के, अपने सादगी भरे व्यक्तित्व से लोगों के जीवन को बदल दिया।
निष्कर्ष
कैंची धाम आश्रम नीम करोली बाबा (Kainchi Dham Neem Karoli Baba Ashram) का जीवन और उनके चमत्कार उनके अनुयायियों के लिए हमेशा एक रहस्य बने रहे हैं। उनके भक्त मानते हैं कि बाबा ने हमेशा अपने भक्तों की रक्षा की, उनकी कठिनाइयों को दूर किया, और उन्हें प्रेम और करुणा का मार्ग दिखाया। उनके चमत्कार लोगों के जीवन में एक गहरी आध्यात्मिक जागृति का कारण बने, और आज भी उनके अनुयायी दुनिया भर में उनकी शिक्षाओं और चमत्कारों का अनुसरण करते हैं।
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