Haridwar History In Hindi :- देव भूमि उत्तराखंड राज्य में स्थित “हरिद्वार” जिसे हरी का द्वार यानी हर की नगरी और हरी की नगरी के नाम से भी जाना जाता है। हर शब्द का अर्थ “भगवान शिव” यानी महादेव से जुड़ा है। और हरी शब्द का अर्थ “भगवान विष्णु” से जुड़ा है। गंगा नदी के निकट स्थित हरिद्वार को उत्तराखंड में स्थित चारधाम जैसे यमनोत्री धाम, गंगोत्री धाम, केदरनाथ धाम और बद्रीनाथ धाम का प्रवेश द्वार भी कहा जाता है। ज्यादातर श्रद्धालु “हरिद्वार” में स्नान करने के बाद अपनी चार धाम यात्रा शुरू करते है।
दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम आपको देव भूमि उत्तराखंड राज्य में स्थित “हरिद्वार” अर्थात “हरिद्वार का इतिहास” (Haridwar History In Hindi) और कुछ रोचक तत्थ के बारे में सम्पूर्ण जानकारी देने वाले है। यदि आप हरिद्वार के बारे में सम्पूर्ण जानकारी जानना चाहते है। तो इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़े।
Table of Contents
Haridwar History In Hindi (हरिद्वार का इतिहास)
Separate Ghat for Women in Haridwar (हरिद्वार में महिलाओ के लिए अलग घाट)
हरिद्वार में महिलाओं की सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कुछ विशेष घाट बनाए गए हैं, जहां महिलाएं आराम से स्नान और पूजा कर सकती हैं। ये घाट सुनिश्चित करते हैं कि महिलाओं को भीड़भाड़ से बचते हुए अपने धार्मिक अनुष्ठानों को संपन्न करने की सुविधा मिले। कुछ प्रमुख घाट जहां महिलाओं के लिए विशेष प्रावधान होते हैं।
- गऊ घाट:
- गऊ घाट हर की पौड़ी के पास स्थित है और यह महिलाओं के लिए सुरक्षित और संरक्षित घाटों में से एक है। यहाँ महिलाओं के स्नान के लिए अलग से व्यवस्थाएँ की गई हैं ताकि वे आराम से और बिना किसी असुविधा के गंगा स्नान कर सकें।
- भैरो घाट:
- भैरो घाट भी महिलाओं के लिए सुरक्षित स्थान है। यहाँ पर अलग-अलग सेक्शन बनाए गए हैं ताकि महिलाएं और पुरुष अलग-अलग स्नान कर सकें। यह घाट भी हर की पौड़ी के नजदीक है और यहाँ स्नान के दौरान सुरक्षा और सुविधा का विशेष ध्यान रखा जाता है।
- सुभाष घाट:
- सुभाष घाट महिलाओं के लिए एक अन्य महत्वपूर्ण घाट है। यहाँ पर स्नान के लिए पर्याप्त जगह और साफ-सफाई की अच्छी व्यवस्था होती है।
- विपिन बिहारी घाट:
- इस घाट पर भी महिलाओं के लिए अलग स्नान क्षेत्र होता है, जिससे वे बिना किसी भीड़भाड़ के स्नान कर सकें।
इन घाटों पर महिलाओं की सुरक्षा और सुविधा का विशेष ध्यान रखा जाता है। हरिद्वार प्रशासन और स्थानीय प्रबंधन द्वारा समय-समय पर इन घाटों की साफ-सफाई और सुरक्षा व्यवस्था को सुनिश्चित किया जाता है ताकि श्रद्धालु महिलाओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
हरिद्वार (Haridwar History In Hindi) का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व इतना अधिक है कि यहाँ आने वाले हर श्रद्धालु के लिए सुविधाओं का ध्यान रखा जाता है, और महिलाओं के लिए सुरक्षित और सुविधाजनक स्नान घाटों की व्यवस्था इसी का हिस्सा है।
Accommodation in Haridwar (हरिद्वार में रहने की व्यवस्था)
हरिद्वार में रहने के लिए कई प्रकार की व्यवस्थाएँ उपलब्ध हैं, जो विभिन्न बजट और सुविधाओं के अनुसार विभाजित हैं। यहाँ के होटलों, गेस्ट हाउसों, धर्मशालाओं और आश्रमों में ठहरने की अच्छी व्यवस्थाएँ हैं। यहाँ कुछ प्रमुख ठहरने के विकल्पों का विवरण दिया गया है। हरिद्वार में विभिन्न श्रेणियों के होटल उपलब्ध हैं, जो आपकी सुविधाओं और बजट के अनुसार विकल्प प्रदान करते हैं।
- लग्जरी होटल्स:
- होटल गंगा लाहड़ी: हर की पौड़ी के पास स्थित, यह होटल आरामदायक और सुविधाजनक है।
- होटल हवेली हरिगंगा: एक हेरिटेज प्रॉपर्टी जो आधुनिक सुविधाओं के साथ पारंपरिक वातावरण प्रदान करती है।
- गंगोत्री होटल: प्रीमियम सेवाओं और सुविधाओं के साथ एक प्रसिद्ध होटल।
- मिड-रेंज होटल्स:
- होटल अलकनंदा: अच्छे कमरे और सुविधाओं के साथ किफायती दाम पर।
- होटल सुहाना पैलेस: यह होटल आरामदायक रहने की सुविधा प्रदान करता है।
- होटल सूर्य लोकर: किफायती और आरामदायक होटल, परिवारों के लिए उपयुक्त।
- बजट होटल्स:
- होटल भावना क्लार्क्स इन: बजट में रहते हुए अच्छी सुविधाएँ प्रदान करता है।
- होटल कश्यप: किफायती दाम में रहने की सुविधा।
- होटल नीलम: बजट यात्रियों के लिए उपयुक्त।
धर्मशालाएं और आश्रम
धार्मिक यात्रियों के लिए धर्मशालाएं और आश्रम अच्छे विकल्प हो सकते हैं।
- भरत सेवाश्रम संघ: हर की पौड़ी के पास स्थित, यह धर्मशाला आरामदायक और किफायती है।
- श्री राधा कृष्ण धाम: यहाँ अच्छी सुविधा और स्वच्छता का ध्यान रखा जाता है।
- गीता भवन: धार्मिक यात्रियों के लिए विशेष रूप से बनाया गया, यह एक प्रमुख आश्रम है।
- पार्श्वनाथ जैन श्वेताम्बर धर्मशाला: यह धर्मशाला जैन समुदाय के लिए खासतौर पर बनाई गई है।
गेस्ट हाउस और लॉज
हरिद्वार में गेस्ट हाउस और लॉज भी उपलब्ध हैं, जो कि सस्ती और आरामदायक रहने की व्यवस्था प्रदान करते हैं।
- शांति गेस्ट हाउस: किफायती दाम पर अच्छे कमरे और सुविधाएं।
- गंगा गेस्ट हाउस: यहाँ गंगा नदी के नजदीक रहते हुए प्राकृतिक सुंदरता का आनंद लिया जा सकता है।
- शिवाय लॉज: परिवारों के लिए एक अच्छा विकल्प।
सर्विस अपार्टमेंट्स
अगर आप हरिद्वार में लंबे समय तक ठहरने की योजना बना रहे हैं, तो सर्विस अपार्टमेंट्स एक अच्छा विकल्प हो सकते हैं।
- ओयो अपार्टमेंट्स: अच्छी सुविधाओं के साथ सर्विस अपार्टमेंट्स।
- स्टेवल सर्विस अपार्टमेंट्स: यहाँ आपको घर जैसी सुविधाएं और आराम मिलेगा।
अन्य सुविधाएँ
- कैम्पिंग साइट्स: हरिद्वार के आसपास कई कैम्पिंग साइट्स भी हैं जो साहसिक यात्रियों के लिए उपयुक्त हैं।
- होमस्टे: स्थानीय लोगों के घरों में ठहरने का अनुभव प्राप्त करने के लिए होमस्टे भी एक अच्छा विकल्प हो सकता है।
हरिद्वार में रहने के लिए आपको कई विकल्प मिलेंगे, चाहे आपका बजट जो भी हो। धार्मिक स्थलों के पास ठहरने की योजना बनाना सुविधाजनक रहेगा, खासकर अगर आप गंगा स्नान और अन्य धार्मिक अनुष्ठानों में भाग लेना चाहते हैं।
How to reach Haridwar (हरिद्वार तक कैसे पहुँचे)
हरिद्वार तक पहुँचने के लिए कई विकल्प उपलब्ध हैं, जिनमें हवाई, रेल और सड़क मार्ग शामिल हैं। आपकी यात्रा की शुरुआत स्थान और सुविधा के आधार पर इनमें से किसी एक या संयोजन का उपयोग किया जा सकता है। यहाँ हरिद्वार तक पहुँचने के प्रमुख मार्गों का विवरण दिया गया है।
How to reach Haridwar by Air (हवाई मार्ग से हरिद्वार तक कैसे पहुँचे)
हरिद्वार का सबसे निकटतम हवाई अड्डा जॉली ग्रांट एयरपोर्ट, देहरादून है।
- जॉली ग्रांट एयरपोर्ट (Dehradun Airport):
- हरिद्वार से लगभग 35 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
- देश के प्रमुख शहरों जैसे दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, और हैदराबाद से नियमित उड़ानें उपलब्ध हैं।
- हवाई अड्डे से हरिद्वार तक टैक्सी, कैब, या बस के माध्यम से आसानी से पहुँचा जा सकता है।
How to reach Haridwar by Train (रेल मार्ग से हरिद्वार तक कैसे पहुँचे)
हरिद्वार रेलवे स्टेशन (Haridwar Junction) भारत के प्रमुख शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।
- हरिद्वार जंक्शन:
- दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, और बेंगलुरु सहित देश के विभिन्न हिस्सों से सीधी ट्रेनें उपलब्ध हैं।
- प्रमुख ट्रेनें जैसे शताब्दी एक्सप्रेस, जन शताब्दी एक्सप्रेस, और मसूरी एक्सप्रेस हरिद्वार तक जाती हैं।
- रेलवे स्टेशन से शहर के विभिन्न हिस्सों तक पहुँचने के लिए ऑटो रिक्शा, टैक्सी, और स्थानीय बसें उपलब्ध हैं।
How to reach Haridwar by Road (सड़क मार्ग से हरिद्वार तक कैसे पहुँचे)
हरिद्वार सड़क मार्ग से भी अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है और राष्ट्रीय राजमार्गों के माध्यम से आसानी से पहुँचा जा सकता है।
- दिल्ली से हरिद्वार:
- दिल्ली से हरिद्वार की दूरी लगभग 220 किलोमीटर है।
- दिल्ली से हरिद्वार तक जाने के लिए NH 334 (राष्ट्रीय राजमार्ग 334) का उपयोग किया जा सकता है।
- दिल्ली से हरिद्वार तक की यात्रा बस, टैक्सी, या निजी वाहन से की जा सकती है। यात्रा का समय लगभग 5-6 घंटे होता है।
- देहरादून से हरिद्वार:
- देहरादून से हरिद्वार की दूरी लगभग 55 किलोमीटर है।
- NH 7 (राष्ट्रीय राजमार्ग 7) के माध्यम से यात्रा की जा सकती है।
- देहरादून से हरिद्वार तक की यात्रा बस, टैक्सी, या निजी वाहन से की जा सकती है। यात्रा का समय लगभग 1.5-2 घंटे होता है।
- ऋषिकेश से हरिद्वार:
- ऋषिकेश से हरिद्वार की दूरी लगभग 20 किलोमीटर है।
- NH 7 (राष्ट्रीय राजमार्ग 7) के माध्यम से यात्रा की जा सकती है।
- ऋषिकेश से हरिद्वार तक की यात्रा बस, टैक्सी, या ऑटो रिक्शा से की जा सकती है। यात्रा का समय लगभग 30-45 मिनट होता है।
How to reach Haridwar by Bus (बस सेवाओं से हरिद्वार तक कैसे पहुँचे)
हरिद्वार तक पहुँचने के लिए उत्तराखंड परिवहन निगम (UTC) और अन्य निजी बस सेवाएँ उपलब्ध हैं।
- दिल्ली से हरिद्वार:
- दिल्ली के कश्मीरी गेट और आनंद विहार बस अड्डे से हरिद्वार के लिए नियमित बस सेवाएँ उपलब्ध हैं।
- वॉल्वो, डीलक्स, और साधारण बसें विभिन्न सुविधाओं के साथ उपलब्ध हैं।
- देहरादून और ऋषिकेश से हरिद्वार:
- देहरादून और ऋषिकेश से हरिद्वार के लिए नियमित स्थानीय बस सेवाएँ उपलब्ध हैं।
- इन बसों में यात्रा करने का समय और किराया काफी सस्ता होता है।
हरिद्वार तक पहुँचने के ये प्रमुख मार्ग आपकी सुविधा और बजट के अनुसार चुने जा सकते हैं। यात्रा की योजना बनाते समय मौसम और स्थानीय परिस्थितियों का ध्यान रखना महत्वपूर्ण है, ताकि आपकी यात्रा आरामदायक और सुखद हो।
दोस्तों हम उम्मीद करते है कि आपको (Haridwar History In Hindi) हरिद्वार के इतिहास और कुछ रोचक तत्थ के बारे में पढ़कर आनंद आया होगा।
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दोस्तों अगर आप हरिद्वार, ऋषिकेश और उत्तराखंड की चार धाम यात्रा के धार्मिक और पर्यटक स्थलो के बारे में पूरी जानकारी जानना चाहते है। तो नीचे दिए गए Link पर Click करे।
1. मनसा देवी मंदिर हरिद्वार – Mansa Devi Temple Haridwar
2. चंडी देवी मंदिर हरिद्वार – Chandi Devi Temple Haridwar
3. माया देवी मंदिर हरिद्वार – Maya Devi Temple Haridwar
4. दक्ष मंदिर हरिद्वार – Daksha Temple Haridwar
4. हरिद्वार के टॉप टूरिस्ट स्पॉट्स – Top tourist spots of Haridwar
5. नीलकंठ महादेव मंदिर – Neelkanth Mahadev Temple Rishikesh
6. त्रिवेणी घात ऋषिकेश – Triveni Ghaat Rishikesh
7. लक्ष्मण झूला ऋषिकेश – Lakshman Jhula Rishikesh
8. राम झूला ऋषिकेश – Ram Jhula Rishikesh
9. वीरभद्र मंदिर ऋषिकेश – Veerbhadra Temple Rishikesh
10. झिलमिल गुफा ऋषिकेश – Jhilmil Gufa Rishikesh
11. शिवपुरी ऋषिकेश – Shivpuri Rishikesh
12. यमनोत्री धाम मंदिर – Yamnotri Dham Temple
13. गंगोत्री धाम मंदिर – Gangotri Dham Temple
14. केदारनाथ धाम मंदिर – Kedarnath Dham Temple
15. बद्रीनाथ धाम मंदिर – Badrinath Dham Temple