10 Best Places to Visit in Haridwar:- हरिद्वार उत्तराखंड राज्य में स्थित एक प्रमुख धार्मिक और तीर्थ स्थल है। जिसे हरी का द्वार यानी हर की नगरी और हरी की नगरी के नाम से भी जाना जाता है। हर शब्द का अर्थ “भगवान शिव” यानी महादेव से जुड़ा है। और हरी शब्द का अर्थ “भगवान विष्णु” से जुड़ा है। गंगा नदी के निकट स्थित हरिद्वार को उत्तराखंड में स्थित चारधाम जैसे यमनोत्री धाम, गंगोत्री धाम, केदरनाथ धाम और बद्रीनाथ धाम का प्रवेश द्वार भी कहा जाता है। ज्यादातर श्रद्धालु “हरिद्वार” में स्नान करने के बाद अपनी चार धाम यात्रा शुरू करते है। हरिद्वार का महत्व धार्मिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक दृष्टि से बहुत बड़ा है। यह स्थान हिन्दू धर्म के सात पवित्र नगरों में से एक है और यहां हर साल लाखों श्रद्धालु आते हैं।
दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम आपको देव भूमि उत्तराखंड राज्य में स्थित हरिदर में घूमने के लिए 10 बेहतरीन जगहें (10 Best Places to Visit in Haridwar) के बारे में बताने वाले है। अगर आप अपनी फैमिली या फिर दोस्तों के साथ हरिद्वार घूमने के प्लान बना रहे है तो इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़े। ताकि आप भी हरिदर में घूमने के लिए 10 बेहतरीन जगहें (10 Best Places to Visit in Haridwar) के बारे में जान सके।
Table of Contents
Top 10 Best Places to Visit in Haridwar (हरिद्वार में घूमने वाली 10 सबसे प्रमुख जगह)
हरिद्वार, उत्तराखंड में स्थित एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल है, जहां हर साल लाखों लोग घूमने के लिए आते हैं। Top 10 Best Places to Visit in Haridwar हरिद्वार में घूमने वाली 10 सबसे प्रमुख जगह इस प्रकार है।
- हर की पौड़ी
- मनसा देवी मंदिर
- चंडी देवी मंदिर
- माया देवी मंदिर
- दक्ष महादेव मंदिर
- भारत माता मंदिर
- शांतिकुंज
- पतंजलि योगपीठ
- सप्तऋषि आश्रम
- नील धारा पाखुड़ी हरिद्वार
यहां हमने आपको हरिद्वार में घूमने वाली 10 सबसे प्रमुख जगहों (10 Best Places to Visit in Haridwar) के बारे में विस्तार से बताया है। जो इस प्रकार है।
1. Har Ki Pauri Haridwar (हर की पौड़ी हरिद्वार)
Har Ki Pauri हर की पौड़ी हरिद्वार का सबसे प्रसिद्ध और पवित्र घाट है, जो गंगा नदी के किनारे स्थित है। हर की पौड़ी का शाब्दिक अर्थ है “भगवान का चरण”। यह स्थान हिन्दू धर्म में अत्यधिक महत्व रखता है और यहां हर साल लाखों श्रद्धालु और पर्यटक आते हैं।
- कहा जाता है कि हर की पौड़ी वही स्थान है जहां भगवान विष्णु के चरण चिन्ह अंकित हैं। इसी कारण इसे हर की पौड़ी कहा जाता है।
- मान्यता है कि समुद्र मंथन के दौरान अमृत की कुछ बूंदें यहां गिरी थीं, जिससे यह स्थान अत्यंत पवित्र हो गया।
- हर शाम को हर की पौड़ी पर भव्य गंगा आरती का आयोजन होता है। यह आरती विशेष रूप से सूर्यास्त के समय की जाती है और इसका दृश्य अत्यंत मनोहारी होता है।
- श्रद्धालु दीपों को गंगा में प्रवाहित करते हैं और आरती के मंत्रों और शंख ध्वनि के साथ गंगा की महिमा का गुणगान करते हैं।
- हर की पौड़ी कुंभ मेला का महत्वपूर्ण स्थल है, जो हर 12 साल में एक बार आयोजित होता है। इस दौरान लाखों श्रद्धालु गंगा स्नान के लिए यहां आते हैं।
- इसके अलावा, अर्धकुंभ मेला हर 6 साल में आयोजित होता है।
- यहां पर गंगा नदी में स्नान करना बहुत ही पवित्र माना जाता है। श्रद्धालु यहां पवित्र स्नान कर अपने पापों का प्रायश्चित करते हैं।
- हर की पौड़ी पर पिंडदान और तर्पण की धार्मिक क्रियाएं भी की जाती हैं, जो पितरों की शांति के लिए होती हैं।
- यहां कई धार्मिक अनुष्ठान और पूजा-पाठ भी होते रहते हैं, जिनमें भाग लेकर श्रद्धालु अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति की प्रार्थना करते हैं।
Har Ki Pauri हर की पौड़ी हरिद्वार की पवित्रता और धार्मिक महत्व के कारण यह स्थान हरिद्वार के प्रमुख आकर्षणों में से एक है। यहां की यात्रा न केवल आध्यात्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण होती है, बल्कि यह एक अद्वितीय सांस्कृतिक और धार्मिक अनुभव भी प्रदान करती है। हर की पौड़ी हरिद्वार में घूमने वाली 10 सबसे प्रमुख जगहों (10 Best Places to Visit in Haridwar) में से एक है।
2. Mansa Devi Temple Haridwar (मनसा देवी मंदिर हरिद्वार)
मनसा देवी मंदिर हरिद्वार (Mansa Devi Temple Haridwar) में स्थित एक प्रमुख धार्मिक स्थल है, जो मानसा देवी को समर्पित है। यह मंदिर हरिद्वार के मनसा देवी रेलवे स्टेशन के पास स्थित है और यहां पर देवी मानसा की पूजा-अर्चना की जाती है।
- मानसा देवी हिंदू धर्म में नाग देवता की एक प्रमुख देवी है। उन्हें भक्ति, सुरक्षा और मानसिक शांति की देवी माना जाता है।
- मानसा देवी मंदिर की स्थापना का कथा इस प्रकार है कि मानसा देवी ने यहां पाशुपति नाथ (भगवान शिव) की पूजा की थी और उन्होंने उनकी मनोकामना पूरी की थी।
- मंदिर में नियमित रूप से पूजा और आरती होती है। यात्री यहां आकर मानसा देवी के दर्शन करते हैं और अपनी मनोकामनाओं को पूरा करने के लिए प्रार्थना करते हैं।
- मनसा देवी मंदिर हरिद्वार का एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है और यहां पर्यटक और श्रद्धालु आते हैं अपनी श्रद्धा और विश्वास को व्यक्त करने के लिए।
- मनसा देवी मंदिर हरिद्वार में आसानी से पहुंचे जा सकते हैं। यह रेलवे स्टेशन के पास स्थित है और वहां से टैक्सी, रिक्शा या कार से पहुंचा जा सकता है।
Mansa Devi Temple Haridwar (मनसा देवी मंदिर हरिद्वार) के धार्मिक और आध्यात्मिक वातावरण को अनुभव करने के लिए एक प्रमुख स्थल है, जो यात्री और भक्तों को धार्मिक संवाद, शांति और प्राकृतिक सौंदर्य का अनुभव कराता है। मनसा देवी मंदिर हरिद्वार में घूमने वाली 10 सबसे प्रमुख जगहों (10 Best Places to Visit in Haridwar) में से एक है।
3. Chandi Devi Temple Haridwar (चंडी देवी मंदिर हरिद्वार)
चंडी देवी मंदिर हरिद्वार (Chandi Devi Temple Haridwar) में स्थित एक महत्वपूर्ण और पवित्र मंदिर है, जो देवी चंडी को समर्पित है। यह मंदिर नील पर्वत की चोटी पर स्थित है और हरिद्वार का एक प्रमुख धार्मिक स्थल माना जाता है।
- यह मंदिर देवी चंडी को समर्पित है, जिन्हें असुर शुम्भ-निशुम्भ का वध करने वाली शक्ति के रूप में पूजा जाता है।
- पौराणिक कथाओं के अनुसार, इस स्थान पर देवी चंडी ने शुम्भ और निशुम्भ नामक दो राक्षसों का वध किया था।
- इस मंदिर की स्थापना 8वीं शताब्दी में आदि शंकराचार्य ने की थी।
- वर्तमान मंदिर का निर्माण ग्वालियर के राजा सुचात सिंह ने 1929 में कराया था।
- नील पर्वत की चोटी पर स्थित इस मंदिर तक पहुंचने के लिए श्रद्धालु रोपवे (उड़नखटोला) का उपयोग कर सकते हैं। यह रोपवे यात्रा न केवल आरामदायक होती है बल्कि सुंदर दृश्यों का भी आनंद देती है।
- रोपवे से चढ़ाई करते समय गंगा नदी और हरिद्वार शहर का मनोरम दृश्य देखा जा सकता है।
- मंदिर तक पैदल यात्रा भी की जा सकती है। यह यात्रा लगभग 3 किलोमीटर की होती है और इसमें प्रकृति की सुंदरता का अनुभव किया जा सकता है।
- मंदिर में देवी चंडी की नियमित पूजा और आरती होती है। विशेष रूप से नवरात्रों के दौरान यहां विशेष पूजा का आयोजन होता है और श्रद्धालुओं की भीड़ होती है।
- चंडी देवी मंदिर के पास अन्य धार्मिक स्थल भी हैं, जैसे मनसा देवी मंदिर, हर की पौड़ी, और माया देवी मंदिर, जिन्हें श्रद्धालु एक ही यात्रा में देख सकते हैं।
Chandi Devi Temple Haridwar (चंडी देवी मंदिर हरिद्वार) के धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यहां की यात्रा न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण होती है, बल्कि यह एक अद्वितीय प्राकृतिक और सांस्कृतिक अनुभव भी प्रदान करती है। चंडी देवी मंदिर हरिद्वार में घूमने वाली 10 सबसे प्रमुख जगहों (10 Best Places to Visit in Haridwar) में से एक है।
4. Maya Devi Temple Haridwar (माया देवी मंदिर हरिद्वार)
माया देवी मंदिर हरिद्वार (Maya Devi Temple Haridwar) का एक प्रमुख और पवित्र मंदिर है, जो देवी माया को समर्पित है। यह मंदिर शक्तिपीठों में से एक है और हरिद्वार के तीन प्रमुख शक्तिपीठों (माया देवी, चंडी देवी, और मनसा देवी) में से एक है। इस मंदिर का धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व बहुत बड़ा है।
- देवी माया हरिद्वार की अधिष्ठात्री देवी मानी जाती हैं। यह मंदिर देवी सती के नाभि स्थान पर बना है, जब भगवान शिव उनकी मृत देह को लेकर तांडव कर रहे थे और विष्णु ने सती के शरीर को अपने सुदर्शन चक्र से 51 भागों में विभाजित कर दिया था।
- यहां देवी माया के साथ-साथ देवी काली और देवी कामाख्या की भी पूजा की जाती है।
- माया देवी मंदिर 51 शक्तिपीठों में से एक है, जहां देवी सती के शरीर के हिस्से गिरे थे। इसे विशेष रूप से पवित्र और महत्वपूर्ण माना जाता है।
- यह मंदिर 11वीं शताब्दी का है और इसे बहुत प्राचीन माना जाता है।
- मंदिर का आर्किटेक्चर बहुत ही सुंदर और पारंपरिक है। यहां देवी माया की प्रमुख मूर्ति के साथ देवी काली और देवी कामाख्या की भी मूर्तियां स्थापित हैं।
- मंदिर का वातावरण बहुत ही शांत और आध्यात्मिक है, जहां भक्त ध्यान और पूजा कर सकते हैं।
- मंदिर में नियमित पूजा और आरती होती है, जिसमें स्थानीय लोग और पर्यटक दोनों शामिल होते हैं।
- विशेष रूप से नवरात्रि और अन्य प्रमुख हिन्दू त्योहारों के दौरान यहां विशेष पूजा और धार्मिक अनुष्ठान होते हैं।
- मान्यता है कि माया देवी मंदिर में की गई पूजा और प्रार्थना से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
- भक्तगण यहां अपनी इच्छाओं की पूर्ति के लिए देवी माया की विशेष आराधना करते हैं।
माया देवी मंदिर हरिद्वार में घूमने वाली 10 सबसे प्रमुख जगहों (10 Best Places to Visit in Haridwar) में से एक है।
5. Daksh Mahadev Temple Haridwar (दक्ष महादेव मंदिर हरिद्वार)
दक्ष महादेव मंदिर हरिद्वार (Daksh Mahadev Temple Haridwar) के कनखल क्षेत्र में स्थित एक प्राचीन और महत्वपूर्ण शिव मंदिर है। यह मंदिर भगवान शिव के एक रूप को समर्पित है और इसकी पौराणिकता और धार्मिक महत्व के कारण हरिद्वार आने वाले श्रद्धालुओं के लिए एक प्रमुख आकर्षण है।
- दक्ष महादेव मंदिर का संबंध राजा दक्ष प्रजापति की कथा से है, जो देवी सती के पिता थे।
- कथा के अनुसार, राजा दक्ष ने यज्ञ का आयोजन किया था, लेकिन उन्होंने भगवान शिव और सती को आमंत्रित नहीं किया। सती इस अपमान से आहत होकर यज्ञ स्थल पर गईं और आत्मदाह कर लिया। यह स्थल वही माना जाता है जहां यह घटना घटित हुई थी।
- भगवान शिव ने सती के आत्मदाह के बाद वीरभद्र को भेजकर यज्ञ का विध्वंस किया और दक्ष का वध किया। बाद में, दक्ष को पुनर्जीवित किया गया और उन्होंने भगवान शिव की आराधना की।
- यह मंदिर बहुत प्राचीन है और इसे हिंदू धर्म के महत्वपूर्ण तीर्थ स्थलों में से एक माना जाता है। मंदिर का वर्तमान स्वरूप 19वीं शताब्दी में बनवाया गया था।
- मंदिर के गर्भगृह में भगवान शिव की शिवलिंग के रूप में पूजा की जाती है। यह शिवलिंग मुख्य आकर्षण है और श्रद्धालु यहां विशेष पूजा और अभिषेक करते हैं।
दक्ष महादेव मंदिर हरिद्वार (Daksh Mahadev Temple Haridwar) का धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व इसे हरिद्वार के प्रमुख तीर्थ स्थलों में से एक बनाता है। यहां की यात्रा श्रद्धालुओं के लिए न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण होती है, बल्कि यह उन्हें आध्यात्मिक शांति और सांस्कृतिक अनुभव भी प्रदान करती है। दक्ष महादेव मंदिर हरिद्वार में घूमने वाली 10 सबसे प्रमुख जगहों (10 Best Places to Visit in Haridwar) में से एक है।
6. Bharat Mata Temple Haridwar (भारत माता मंदिर हरिद्वार)
भारत माता मंदिर हरिद्वार (Bharat Mata Temple Haridwar) में स्थित एक अनोखा और प्रतिष्ठित मंदिर है, जो भारत माता को समर्पित है। यह मंदिर भारतीय स्वतंत्रता संग्राम, संस्कृति और देशभक्ति के प्रतीक के रूप में बनाया गया है। इस मंदिर का उद्देश्य भारत माता की पूजा और भारतीय संस्कृति की महानता को दर्शाना है।
- भारत माता मंदिर का उद्घाटन 15 मई 1983 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा किया गया था। यह मंदिर स्वामी सत्यमित्रानंद गिरी द्वारा स्थापित किया गया था।
- यह मंदिर 8 मंजिला (180 फीट ऊँचा) है, और इसकी प्रत्येक मंजिल पर विभिन्न थीम और भारतीय इतिहास, संस्कृति, और धार्मिकता के विभिन्न पहलुओं को प्रदर्शित किया गया है।
- मंदिर में कोई विशिष्ट देवी या देवता की मूर्ति नहीं है, बल्कि यह मंदिर भारत की संपूर्णता को समर्पित है।
- भारत माता मंदिर हरिद्वार में साप्पूवाला में स्थित है, जो हरिद्वार रेलवे स्टेशन से लगभग 5 किलोमीटर की दूरी पर है।
- यहां तक पहुंचने के लिए टैक्सी, ऑटो रिक्शा और साइकिल रिक्शा की सुविधाएं उपलब्ध हैं।
- मंदिर सुबह 9:00 बजे से शाम 7:00 बजे तक खुला रहता है। श्रद्धालु और पर्यटक इस समय के दौरान मंदिर का दर्शन कर सकते हैं।
- भारत माता मंदिर एकता, अखंडता और भारतीय संस्कृति का प्रतीक है। यहां आने वाले श्रद्धालु न केवल धार्मिक दृष्टि से बल्कि राष्ट्रीयता और देशभक्ति के भाव से भी प्रेरित होते हैं।
- यह मंदिर भारत की विविधता और उसकी समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को सम्मानित करता है और भारतीय संस्कृति की महानता को दर्शाता है।
भारत माता मंदिर हरिद्वार (Bharat Mata Temple Haridwar) की यात्रा एक अद्वितीय अनुभव है, जो धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह मंदिर हरिद्वार के प्रमुख आकर्षणों में से एक है और यहां की यात्रा से श्रद्धालुओं को गहरी आध्यात्मिक और सांस्कृतिक अनुभूति होती है। भारत माता मंदिर हरिद्वार में घूमने वाली 10 सबसे प्रमुख जगहों (10 Best Places to Visit in Haridwar) में से एक है।
7. Shantikunj Ashram Haridwar (शांतिकुंज आश्रम हरिद्वार)
शांतिकुंज आश्रम हरिद्वार (Shantikunj Ashram Haridwar) में स्थित एक प्रमुख आध्यात्मिक और सामाजिक संस्था है, जो अखिल विश्व गायत्री परिवार का मुख्यालय है। यह संस्थान आध्यात्मिक शिक्षा, योग, ध्यान, और सामाजिक सेवा के क्षेत्र में कार्य करता है और लाखों लोगों के लिए प्रेरणा स्रोत है।
- शांतिकुंज की स्थापना 1971 में पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य और माता भगवती देवी शर्मा ने की थी। यह गायत्री परिवार की गतिविधियों का केंद्र है।
- पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य ने वेदों, उपनिषदों, और अन्य धार्मिक ग्रंथों का सरल भाषा में अनुवाद किया और समाज में जागरूकता और सद्भाव फैलाने का कार्य किया।
- शांतिकुंज अखिल विश्व गायत्री परिवार का मुख्यालय है, जो एक आध्यात्मिक और सामाजिक संगठन है। इसका उद्देश्य मानवता की सेवा, पर्यावरण की रक्षा, और नैतिक मूल्यों की स्थापना करना है।
- शांतिकुंज में नियमित रूप से योग, ध्यान, और साधना के कार्यक्रम आयोजित होते हैं। यहां आने वाले श्रद्धालु और साधक आध्यात्मिक उन्नति के लिए विभिन्न कार्यक्रमों में भाग ले सकते हैं।
- यहां पर गायत्री मंत्र साधना और यज्ञ का भी आयोजन होता है।
- शांतिकुंज में विभिन्न विषयों पर शिक्षा और प्रशिक्षण के कार्यक्रम आयोजित होते हैं, जैसे योग, प्राकृतिक चिकित्सा, और सामुदायिक सेवा।
- यहां आने वाले लोग जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए प्रेरित होते हैं।
- शांतिकुंज विभिन्न सामाजिक सेवा के कार्यों में भी सक्रिय है, जैसे पर्यावरण संरक्षण, जल संचयन, स्वास्थ्य सेवाएं, और शिक्षा का प्रचार-प्रसार।
- गायत्री परिवार के सदस्य विभिन्न आपदा राहत कार्यों में भी योगदान देते हैं।
- शांतिकुंज में विभिन्न धार्मिक और आध्यात्मिक पुस्तकों, पत्रिकाओं, और ग्रंथों का प्रकाशन होता है। ये प्रकाशन समाज में नैतिकता और सद्भाव फैलाने का कार्य करते हैं।
- “अखण्ड ज्योति” पत्रिका शांतिकुंज का प्रमुख प्रकाशन है, जो लाखों पाठकों तक पहुंचता है।
- शांतिकुंज हरिद्वार में ऋषिकेश रोड पर स्थित है, जो हरिद्वार रेलवे स्टेशन से लगभग 6 किलोमीटर की दूरी पर है।
- यहां तक पहुंचने के लिए टैक्सी, ऑटो रिक्शा, और बस की सुविधाएं उपलब्ध हैं।
- शांतिकुंज में आने वाले श्रद्धालुओं और साधकों के लिए आवास और भोजन की सुविधाएं उपलब्ध हैं। यहां का वातावरण शांत और आध्यात्मिक है, जो साधना और ध्यान के लिए उपयुक्त है।
- शांतिकुंज के आसपास हरिद्वार के प्रमुख धार्मिक स्थलों का भी दर्शन किया जा सकता है, जैसे हर की पौड़ी, मनसा देवी मंदिर, और चंडी देवी मंदिर।
शांतिकुंज आश्रम हरिद्वार (Shantikunj Ashram Haridwar) का एक महत्वपूर्ण आध्यात्मिक और सामाजिक केंद्र है, जो लोगों को आध्यात्मिक उन्नति और समाज सेवा के लिए प्रेरित करता है। यहां की यात्रा श्रद्धालुओं को न केवल आध्यात्मिक शांति प्रदान करती है, बल्कि उन्हें एक बेहतर मानव बनने की दिशा में भी प्रेरित करती है। शांतिकुंज आश्रम हरिद्वार में घूमने वाली 10 सबसे प्रमुख जगहों (10 Best Places to Visit in Haridwar) में से एक है।
8. Patanjali Yogpeeth Haridwar (पतंजलि योगपीठ हरिद्वार)
पतंजलि योगपीठ हरिद्वार (Patanjali Yogpeeth Haridwar) में स्थित एक प्रमुख योग और आयुर्वेद संस्थान है, जो बाबा रामदेव द्वारा स्थापित किया गया है। यह संस्थान योग, आयुर्वेद, और प्राकृतिक चिकित्सा के क्षेत्र में कार्य करता है और विश्वभर में प्रसिद्ध है।
- पतंजलि योगपीठ की स्थापना 2006 में बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण ने की थी।
- इसका उद्देश्य योग और आयुर्वेद के प्राचीन भारतीय ज्ञान को पुनर्जीवित करना और उसे विश्वभर में फैलाना है।
- योग और आयुर्वेद के माध्यम से समाज को स्वस्थ और समृद्ध बनाना।
- प्राकृतिक चिकित्सा और जड़ी-बूटियों का उपयोग करके रोगों का उपचार करना।
- समाज में स्वास्थ्य और स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलाना।
- योगपीठ में ध्यान, आध्यात्मिकता और स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न ध्यान शिविर और आयोग कार्यक्रम भी आयोजित होते हैं।
- योगपीठ में आयुर्वेदिक चिकित्सा के विशेषज्ञ डॉक्टर उपलब्ध होते हैं, जो विभिन्न रोगों के उपचार के लिए प्राकृतिक और आयुर्वेदिक दवाओं की सलाह देते हैं।
- योगपीठ में योग के साथ-साथ वैदिक संस्कृति, प्राकृतिक जीवन शैली और आध्यात्मिकता को बढ़ावा देने के लिए संस्कृति के प्रति भी महत्वपूर्ण ध्यान दिया जाता है।
पतंजलि योगपीठ हरिद्वार (Patanjali Yogpeeth Haridwar) एक स्थापित संस्थान है, जो योग, आयुर्वेद, प्राकृतिक चिकित्सा और ध्यान के माध्यम से स्वास्थ्य और आध्यात्मिकता को प्रमोट करता है। यहां शिक्षा, प्रशिक्षण और विशेष चिकित्सा सेवाएं प्रदान की जाती हैं जो समाज के लिए महत्वपूर्ण हैं। पतंजलि योगपीठ हरिद्वार में घूमने वाली 10 सबसे प्रमुख जगहों (10 Best Places to Visit in Haridwar) में से एक है।
9. Saptrishi Ashram Haridwar (सप्तऋषि आश्रम हरिद्वार)
सप्तऋषि आश्रम हरिद्वार (Saptrishi Ashram Haridwar) में स्थित एक प्रमुख धार्मिक स्थल है, जो गंगा नदी के किनारे स्थित है। यह आश्रम सप्तऋषियों को समर्पित है, जिन्होंने प्राचीन काल में ध्यान और तपस्या की थी।
- सप्तऋषि आश्रम नामक स्थान सप्तऋषियों के नाम पर है, जिन्हें हिंदू पौराणिक ग्रंथों में महाऋषि के रूप में उल्लेख किया गया है। इन सप्तऋषियों का निवास यहां माना जाता है कि वे गंगा के किनारे ध्यान और तपस्या करते थे।
- यह आश्रम गंगा नदी के तट पर स्थित है और यहां भगवान शिव और सप्तऋषियों की पूजा की जाती है। यहां पर योग, ध्यान और आध्यात्मिक प्रवृत्ति के लिए एक शांतिपूर्ण वातावरण होता है।
- सप्तऋषि आश्रम हरिद्वार का धार्मिक और आध्यात्मिक महत्वपूर्ण स्थल है। यहां आने वाले यात्री और श्रद्धालु ध्यान और साधना करने के लिए आते हैं।
- आश्रम में योग, प्राणायाम, ध्यान और आयुर्वेद संबंधी विभिन्न कार्यक्रम भी आयोजित होते हैं। यहां पर्यटक और आध्यात्मिक साधक अपने आत्मा के साथ संयोजन में आते हैं।
- सप्तऋषि आश्रम हरिद्वार में स्थित है और यहां पहुँचने के लिए विभिन्न परिवहन सेवाएं उपलब्ध हैं। यहां योगी, साधक और धर्मानुयायी विभिन्न साधना कार्यक्रमों में भाग लेते हैं।
सप्तऋषि आश्रम हरिद्वार (Saptrishi Ashram Haridwar) एक महत्वपूर्ण स्थल है, जो योग, ध्यान और आध्यात्मिक साधना के लिए जाने जाते हैं। यहां ध्यान और साधना के माध्यम से आत्मा के साथ संयोजन में आते हैं और धार्मिक अनुभव का आनंद लेते हैं। सप्तऋषि आश्रम हरिद्वार में घूमने वाली 10 सबसे प्रमुख जगहों (10 Best Places to Visit in Haridwar) में से एक है।
10. Neel Dhara Haridwar (नील धारा पाखुड़ी हरिद्वार)
हरिद्वार में “नील धारा पाखुड़ी” (Neel Dhara Haridwar) एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है, जो गंगा नदी के किनारे स्थित है। यह स्थान एक प्राकृतिक झरना है, जिसे “नील धारा” के नाम से जाना जाता है। इस झरने का नाम उसके नीले रंग के पानी के कारण पड़ा है।
- यह पाखुड़ी हरिद्वार के गंगा नदी के पास स्थित है। इसे प्राकृतिक सौंदर्य और शांति के लिए प्रसिद्ध है।
- नील धारा पाखुड़ी एक प्राकृतिक झरना है, जिसका जल नीले रंग का होता है। यहां के अनुभवी गाइड और स्थानीय लोगों से इस पाखुड़ी के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
- हरिद्वार में आने वाले पर्यटक और यात्री इस प्राकृतिक आकर्षण को देखने और उसका आनंद लेने के लिए नील धारा पाखुड़ी जाते हैं। यहां की शांति और स्वाभाविक सौंदर्य का आनंद लेने का मौका मिलता है।
- हरिद्वार के पाखुड़ी और जलप्रपातों को आध्यात्मिक और धार्मिक महत्व भी होता है। यहां के निकट स्थित गंगा नदी का जल धार्मिक स्नान और पूजा के लिए भी महत्वपूर्ण है।
- नील धारा पाखुड़ी को देखने के लिए हरिद्वार में विभिन्न पर्यटन यात्रा कंपनियां और स्थानीय गाइड उपलब्ध हैं। इसे देखने के लिए एक छोटी सी पैदल यात्रा की भी सुविधा है।
नील धारा पाखुड़ी हरिद्वार (Neel Dhara Haridwar) का एक प्राकृतिक आकर्षण है, जिसे स्थानीय और अन्य यात्री धार्मिक, आध्यात्मिक, और प्राकृतिक सौंदर्य का अनुभव करने के लिए जाते हैं। नील धारा पाखुड़ी हरिद्वार में घूमने वाली 10 सबसे प्रमुख जगहों (10 Best Places to Visit in Haridwar) में से एक है।
ये सभी स्थान हरिद्वार की धार्मिक, सांस्कृतिक और प्राकृतिक सुंदरता को दर्शाते हैं और यहां की यात्रा अत्यंत मनोरंजक और प्रेरणादायक होती है। आईये अब एक-एक करके हरिद्वार में घूमने के लिए 10 प्रमुख स्थानों (10 Best Places to Visit in Haridwar) के बारे में विस्तार से बताते है।
How to reach Haridwar (हरिद्वार तक कैसे पहुँचे)
दोस्तों अगर आप हरिदर में घूमने के लिए 10 बेहतरीन जगहें (10 Best Places to Visit in Haridwar) घूमना चाहते है तो हरिद्वार तक पहुँचने के लिए कई विकल्प उपलब्ध हैं, जिनमें हवाई, रेल और सड़क मार्ग शामिल हैं। आपकी यात्रा की शुरुआत स्थान और सुविधा के आधार पर इनमें से किसी एक या संयोजन का उपयोग किया जा सकता है। यहाँ हरिद्वार तक पहुँचने के प्रमुख मार्गों का विवरण दिया गया है।
How to reach Haridwar by Air (हवाई मार्ग से हरिद्वार कैसे पहुंचे)
हरिद्वार का सबसे निकटतम हवाई अड्डा जॉली ग्रांट एयरपोर्ट, देहरादून है।
- जॉली ग्रांट एयरपोर्ट (Dehradun Jolly Grant Airport):
- हरिद्वार से लगभग 35 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
- देश के प्रमुख शहरों जैसे दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, और हैदराबाद से नियमित उड़ानें उपलब्ध हैं।
- हवाई अड्डे से हरिद्वार तक टैक्सी, कैब, या बस के माध्यम से आसानी से पहुँचा जा सकता है।
How to reach Haridwar by Rail (रेल मार्ग से हरिद्वार कैसे पहुंचे)
हरिद्वार रेलवे स्टेशन (Haridwar Junction) भारत के प्रमुख शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।
- Haridwar Junction Railway Station (हरिद्वार जंक्शन रेलवे स्टेशन):
- दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, और बेंगलुरु सहित देश के विभिन्न हिस्सों से सीधी ट्रेनें उपलब्ध हैं।
- प्रमुख ट्रेनें जैसे शताब्दी एक्सप्रेस, जन शताब्दी एक्सप्रेस, और मसूरी एक्सप्रेस हरिद्वार तक जाती हैं।
- रेलवे स्टेशन से शहर के विभिन्न हिस्सों तक पहुँचने के लिए ऑटो रिक्शा, टैक्सी, और स्थानीय बसें उपलब्ध हैं।
How to reach Haridwar by Road (सड़क मार्ग से हरिद्वार कैसे पहुंचे)
हरिद्वार सड़क मार्ग से भी अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है और राष्ट्रीय राजमार्गों के माध्यम से आसानी से पहुँचा जा सकता है।
- Delhi to Haridwar (दिल्ली से हरिद्वार):
- दिल्ली से हरिद्वार की दूरी लगभग 220 किलोमीटर है।
- दिल्ली से हरिद्वार तक जाने के लिए NH 334 (राष्ट्रीय राजमार्ग 334) का उपयोग किया जा सकता है।
- दिल्ली से हरिद्वार तक की यात्रा बस, टैक्सी, या निजी वाहन से की जा सकती है। यात्रा का समय लगभग 5-6 घंटे होता है।
- Dehradun to Haridwar (देहरादून से हरिद्वार):
- देहरादून से हरिद्वार की दूरी लगभग 55 किलोमीटर है।
- NH 7 (राष्ट्रीय राजमार्ग 7) के माध्यम से यात्रा की जा सकती है।
- देहरादून से हरिद्वार तक की यात्रा बस, टैक्सी, या निजी वाहन से की जा सकती है। यात्रा का समय लगभग 1.5-2 घंटे होता है।
- Rishikesh to Haridwar (ऋषिकेश से हरिद्वार):
- ऋषिकेश से हरिद्वार की दूरी लगभग 20 किलोमीटर है।
- NH 7 (राष्ट्रीय राजमार्ग 7) के माध्यम से यात्रा की जा सकती है।
- ऋषिकेश से हरिद्वार तक की यात्रा बस, टैक्सी, या ऑटो रिक्शा से की जा सकती है। यात्रा का समय लगभग 30-45 मिनट होता है।
How to reach Haridwar by Bus Services (बस सेवायो से हरिद्वार कैसे पहुंचे)
हरिद्वार तक पहुँचने के लिए उत्तराखंड परिवहन निगम (UTC) और अन्य निजी बस सेवाएँ उपलब्ध हैं।
- Delhi to Haridwar (दिल्ली से हरिद्वार):
- दिल्ली के कश्मीरी गेट और आनंद विहार बस अड्डे से हरिद्वार के लिए नियमित बस सेवाएँ उपलब्ध हैं।
- वॉल्वो, डीलक्स, और साधारण बसें विभिन्न सुविधाओं के साथ उपलब्ध हैं।
- Dehradun and Rishikesh to Haridwar (देहरादून और ऋषिकेश से हरिद्वार):
- देहरादून और ऋषिकेश से हरिद्वार के लिए नियमित स्थानीय बस सेवाएँ उपलब्ध हैं।
- इन बसों में यात्रा करने का समय और किराया काफी सस्ता होता है।
हरिद्वार तक पहुँचने के ये प्रमुख मार्ग आपकी सुविधा और बजट के अनुसार चुने जा सकते हैं। यात्रा की योजना बनाते समय मौसम और स्थानीय परिस्थितियों का ध्यान रखना महत्वपूर्ण है, ताकि आपकी यात्रा आरामदायक और सुखद हो।
दोस्तों हम उम्मीद करते है कि आपको हरिदर में घूमने के लिए 10 बेहतरीन जगहें (10 Best Places to Visit in Haridwar) के बारे में पढ़कर आनंद आया होगा।
यदि आपको हमारा यह आर्टिकल पसंद आये तो हमारे Facebook Page “PUBLIC GUIDE TIPS” को “LIKE” और “SHARE” जरुर करे।
धार्मिक और पर्यटक स्थलो की और अधिक जानकारी के लिए आप हमारे You Tube Channel “PUBLIC GUIDE TIPS” को जरुर SUBSCRIBE करे।
अगर आप हमे अपना कोई सुझाव देना चाहते है या यात्रा संबधित आपका कोई प्रश्न हो तो नीचे दिए कमेंट बॉक्स में जरूर लिखें।
दोस्तों अगर आप हरिद्वार, ऋषिकेश और उत्तराखंड की चार धाम यात्रा के धार्मिक और पर्यटक स्थलो के बारे में पूरी जानकारी जानना चाहते है। तो नीचे दिए गए Link पर Click करे।
1. मनसा देवी मंदिर हरिद्वार – Mansa Devi Temple Haridwar
2. चंडी देवी मंदिर हरिद्वार – Chandi Devi Temple Haridwar
3. माया देवी मंदिर हरिद्वार – Maya Devi Temple Haridwar
4. दक्ष मंदिर हरिद्वार – Daksha Temple Haridwar
4. हरिद्वार के टॉप टूरिस्ट स्पॉट्स – Top tourist spots of Haridwar
5. नीलकंठ महादेव मंदिर – Neelkanth Mahadev Temple Rishikesh
6. त्रिवेणी घात ऋषिकेश – Triveni Ghaat Rishikesh
7. लक्ष्मण झूला ऋषिकेश – Lakshman Jhula Rishikesh
8. राम झूला ऋषिकेश – Ram Jhula Rishikesh
9. वीरभद्र मंदिर ऋषिकेश – Veerbhadra Temple Rishikesh
10. झिलमिल गुफा ऋषिकेश – Jhilmil Gufa Rishikesh
11. शिवपुरी ऋषिकेश – Shivpuri Rishikesh
12. यमनोत्री धाम मंदिर – Yamnotri Dham Temple
13. गंगोत्री धाम मंदिर – Gangotri Dham Temple
14. केदारनाथ धाम मंदिर – Kedarnath Dham Temple
15. बद्रीनाथ धाम मंदिर – Badrinath Dham Temple
15. गोमुख यात्रा – Gomukh Yatra
16. भरत मंदिर ऋषिकेश – Bharat Mandir Rishikesh